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बड़ी धोखाधड़ी : किसानों को लोन दिलाकर कौड़ियों के दाम बेचीं करोड़ों की जमीनें

किसान क्रेडिट योजना के सहारे जिले में भूमाफिया सक्रीय होने की शिकायत कलेक्टर तक पहुंची।

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बड़ी धोखाधड़ी : किसानों को लोन दिलाकर कौड़ियों के दाम बेचीं करोड़ों की जमीनें

मध्य प्रदेश के उज्जैन जिले में किसान क्रेडिट कार्ड के सहारे भूमाफियाओं द्वारा किसानों की जमीन हथियाने का गंभीर मामला सामने आया है। मामले की शिकायत उज्जैन कलेक्टर से की गई है। कलेक्टर से शिकायत करने पहुंचे एक दर्जन से अधिक किसानों का आरोप है कि, किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए उन्हें लोन दिलवाया गया। वहीं, बैंक और राजस्व अधिकारी की मिलीभगत से बिना किसी सूचना के उनकी जमीन ओने-पोने दामों पर बाला-बाला निलाम कर दी है। मामले में राजनीतिक प्रशय के भी आरोप लगाए जा रहे हैं।


आपको बता दें कि, मंगलवार को प्रशासनिक भवन में जनसुनवाई के दौरान एक दर्जन से अधिक किसान केसीसी की आड़ में धोखाधड़ी की शिकायत लेकर कलेक्टर के सामने पहुंचे। उनके साथ भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य केसर सिंह पटेल, जिलाध्यक्ष दशरथ पंड्या, बहादुर सिंह आंजना, दशरथ सिंह आंजना भी शामिल थे।

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भूमाफियाओं को जमीने नीलाम करने का आरोप

इस दौरान किसानों ने कलेक्टर से गुहार लगाते हुए बताया कि, उन्होंने किसान क्रेडिट कार्ड के जरिए लोन लिया था। कुछ किसान नियमित किश्त भी चुका रहे थे। इसके विपरित विबागीय गठजोड़ से उनकी जमीनें ओने-पोने दाम पर बाला - बाला ही भूमाफियाओं निलाम कर दी गई। हैरानी की बात तो ये है कि, इस दौरान न तो बैंक ने और न ही संबंधित राजस्व अधिकारी ने किसानों को किसी प्रकार की निलामी से जुड़ी कोई सूचना दी। किसानों द्वारा की गई शिकायत में विनोद और राजेश नाम के दो लोगों का उल्लेख भी किया है।

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नीलामी आदेश खारिज करने की मांग

किसान नेता केसर सिंह पटेल ने बताया कि, ये भाजपा सरकार को बदनाम करने की साजिश की जा रही है। जिले में रैकेट सक्रीय है, जो किसानों के साथ धोखाधड़ी कर रहा है। इस दौरान उन्होंने कलेक्टर से निलामी आदेश खारीज करने की भी मांग की है। जनसुनवाई में उज्जैन एसडीएम ने अन्य आवेदनों की भी सुनवाई कर निराकरण के निर्देश दिए हैं।